स्टार्टअप महाकुंभ 2025 में तुलाज़ इंस्टिट्यूट को मिला दूसरा स्थान

देहरादून। तुलाज़ इंस्टीट्यूट ने हाल ही में भारत सरकार द्वारा नई दिल्ली में आयोजित स्टार्टअप महाकुंभ 2025 में दूसरा स्थान प्राप्त कर उत्तराखंड को गौरवान्वित किया है। इंस्टिट्यूट की छात्र टीम ने फ्यूचरप्रेन्योर चैलेंज में अपनी अनूठी नवाचार परियोजना – “प्रगति,” एक एआई-चालित नर्स रोबोट के साथ यह उपलब्धि प्राप्त की।

प्रगति को खास तौर पर ग्रामीण और दूरदराज के इलाकों में स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ बनाने के लिए तैयार किया गया है। यह रोबोट सिर्फ एक साधारण हाथ मिलाने से व्यक्ति की बेसिक हेल्थ चेक कर सकती है और रियल-टाइम में स्वास्थ्य संबंधित अलर्ट भेजती है। इस स्मार्ट समाधान को सराहना मिली और टीम को अपने काम को आगे बढ़ाने के लिए ₹1 करोड़ तक की ग्रांट प्राप्त हुई।

टीम लीडर ने जीत के बाद कहा, “हमें उत्तराखंड का प्रतिनिधित्व करते हुए और एक वास्तविक समस्या का समाधान प्रस्तुत करते हुए बेहद गर्व हो रहा है। इस कार्यक्रम में पूरे भारत से 1000 से अधिक संस्थानों ने भाग लिया। तुलाज़ की टीम ने कई चरणों को पार करते हुए – टॉप 1000 से टॉप 350, टॉप 100, टॉप 50 और अंततः टॉप 10 फाइनलिस्ट्स तक अपनी जगह बनाई। उनके नवाचार की प्रशंसा केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी ने ग्रैंड फिनाले के दौरान की और उन्हें पुरस्कृत किया।

विजेता टीम में अभिषेक मौर्य, अभिनव सिंघल, देवांशु पुरोहित, ध्रुव डोगरा, स्मृति बिष्ट, सृष्टि डिमरी, नितिन सती, गौरव शुक्ला, रिवाज कार्की, और रिशांशु त्रिपाठी शामिल थे। इस टीम का मार्गदर्शन क्षितिज जैन और आसिया खातून ने किया, जिन्होंने पूरे सफर में उन्हें सहयोग दिया।

टीम ने तुलाज़ इंस्टिट्यूट के लीडरशिप का भी आभार जताया, जिनमें वाईस चेयरमैन तुलाज़ ग्रुप रौनक जैन, वाईस प्रेसिडेंट टेक्नोलॉजी राघव गर्ग, कार्यकारी निदेशक सिल्की जैन मारवाह, डीन ऑफ एकेडेमिक्स डॉ. निशांत सक्सेना, और सीएसई विभागाध्यक्ष डॉ. संदीप कुमार शामिल हैं, जिनके निरंतर समर्थन और प्रोत्साहन से यह सफलता संभव हो सकी।

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