उत्तराखंड के अनछुए अनदेखे दृश्यों को छायाचित्रों से दुनिया के सामने लाने का प्रयास कर रहे अल्मोड़ा के जयमित्र विष्ट

देहरादून। दून पुस्तकालय एवं शोध केंद्र में शुक्रवार को फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया गया । इसमेंअल्मोड़ा के फोटोग्राफर जयमित्र सिंह बिष्ट अपनी आँखों से उत्तराखंड के अनछुए अनदेखे दृश्यों और थीम्स को दुनिया के सामने ला रहे हैं. जयमित्र ने अपनी इस एकल फोटो प्रदर्शनी के माध्यम से उत्तराखंड की थीम्स पर आधारित फोटो प्रदर्शनी लगायी है।इसमें जिन थीम्स को लिया गया है उसमें सबसे पहले उत्तराखंड की आराध्य देवी माँ नंदा देवी के हिम शिखरों के फोटोग्राफ़ शामिल हैं दूसरी थीम में भगवान शिव के वास को दिखाते हिमालय की कैलाश पर्वत, त्रिशूल, आदि कैलाश, ओम पर्वत आदि को शामिल किया गया है ।तीसरी थीम फायर एंड आइस है जिसमें हिमालय के उन पलों को दिखाया गया है जिसे आम लोग नहीं देख पाते हैं ।चौथी थीम में उत्तराखंड की महिलाओं के जीवन और खेतों में आज भी मनाई जा रही परंपराओं को दर्शाया गया है ।पांचवी थीम में उत्तराखंड की जागर और मंदिरों में होने वाली पूजा को डॉक्यूमेंट किया गया है छठी थीम में उत्तराखंड की महिलाओं के चेहरों के चुनिंदा फोटोग्राफ्स को शामिल किया गया है ।सातवें थीम में उत्तराखंड के मेलों और त्योहारों में यहाँ के लोक की भागीदारी के फोटोग्राफ्स हैं आठवीं थीम में उत्तराखंड हिमालय के हाई अल्टीट्यूड में रहने वाली जनजाति और उनके रीति रिवाजों के फोटोग्राफ्स को शामिल किया गया है ।उत्तराखंड के एक राज्य बनने से पहले से ही जयमित्र ने अपने कैमरे से उत्तराखंड की प्राकृतिक सुंदरता और संस्कृति को अपने कैमरे से डॉक्यूमेंट करना शुरू कर दिया था । आज अपने फोटोग्राफी कैरियर के 30 से अधिक साल पूरे कर चुके जयमित्र की फोटोग्राफी यात्रा आज भी निरंतर जारी है फोटोग्राफी और हिमालय प्रेम ही है जिस वजह से उन्होंने पहाड़ अपनी जन्मभूमि और कर्मभूमि को नहीं छोड़ा है वो 2004 से अल्मोड़ा में फोटो गैलरी का संचालन कर रहे हैं जिसे पर्यटकों और प्रकृति प्रेमियों द्वारा सराहा गया है।जयमित्र ने बताया कि इस प्रदर्शनी के माध्यम से पहली बार उत्तराखंड के एक्सक्लूसिव फोटोग्राफ्स को वो दुनिया के सामने प्रस्तुत कर रहे हैं जिसका उदेश्य उत्तराखंड के उस पहलू से लोगों को परिचित कराना है जो उन्होंने आज तक नहीं देखा है और इसके साथ ही उत्तराखंड हिमालय में पिछले 30 साल में फोटोग्राफर की नज़र में आए बदलाओं के बारे में जानकारी देना भी है जिससे हिमालय की प्रति लोगों को जागरूक किया जा सके ।जयमित्र सिंह बिष्ट के द्वारा शुरू किए गए फोटोग्राफी ब्राण्ड “हिमालयन जेफर “के अंतर्गत उत्तराखंड हिमालय, यहाँ की लोक संस्कृति, मेलों और त्यौहारों से संबंधित फोटो फ्रेम्स और थीम आधारित फ़ोल्डर्स और लिमिटेड एडिशन प्रिंट्स एवम फोटोग्राफ्स को आगामी 20 नवंबर को दून लाइब्रेरी एवम रिसर्च सेंटर देहरादून में आयोजित किया जा रहा है ।

जयमित्र विष्ट द्वारा सायं कालीन सत्र में फोटोग्राफ्स की प्रदर्शनी के साथ एक सचित्र व्याख्यान भी प्रस्तुत किया गया ।

उल्लेखनीय है कि जयमित्र सिंह बिष्ट ने अपने फ़ोटोग्राफ़ी कैरियर की शुरुआत फोटो पत्रकारिता से की जिसमें उन्होंने 1994 में हुए उत्तराखंड आंदोलन को भी कवर किया । इसके बाद उन्होंने उत्तराखंड के हिमालय लैंडस्केप और यहाँ के लोक और संस्कृति को अपने फोटोग्राफ के माध्यम से डाक्यूमेंट किया है। उनके द्वारा लिए फोटोग्राफ्स को नेशनल ज्योग्राफिक,नेट जियो ट्रैवलर, इंडिया टुडे ट्रैवल प्लस और अन्य समाचार पत्रों और मैगज़ीन ने प्रकाशित किया है। उत्तराखंड सरकार द्वारा प्रकाशित महत्वपूर्ण काफ़ी टेबल बुक्स में भी उनकी फोटो छपी हैं ।अल्मोड़ा पर किए उनके काम पर एक काफ़ी टेबल बुक भी प्रकाशित हुई है । जयमित्र के द्वारा लिए चुनिंदा फोटोग्राफ्स की ये अपनी तरह की पहली प्रदर्शनी है।

दून लाइब्रेरी में आयोजित इस फोटो प्रदर्शनी और फोटो व्याख्यान के आयोजन के लिए जयमित्र सिंह बिष्ट ने लाइब्रेरी एंड रिसर्च सेन्टर के अध्यक्ष प्रो. बी.के. जोशी, चंद्रशेखर तिवारी, निकोलस के आमंत्रण तथा डॉ.योगेश धस्माना व सुंदर बिष्ट द्वारा दिए गए सहयोग के लिए उन्होंने आभार व्यक्त किया । दून शहर के अनेक कला प्रेमी, छायाकारों व युवाओं व अनेक लोगों ने इस प्रदर्शनी का अवलोकन किया.

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