देहरादून । उत्तराखंड पुलिस द्वारा युवाओं में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति को देखते हुए माया देवी विश्वविद्यालय, सेलाकुई देहरादून में एक विशेष नशा मुक्ति संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी में सेलाकुई एवं सहसपुर क्षेत्र के सभी स्कूलों, उच्च शिक्षण संस्थानों, पी.जी. हॉस्टल संचालकों एवं जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया गया था।
संगोष्ठी का उद्देश्य युवाओं को नशे के दुष्परिणामों के प्रति जागरूक करना, उन्हें नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित करना एवं नशा मुक्ति अभियान में सामूहिक सहभागिता को प्रोत्साहित करना रहा। कार्यक्रम में उत्तराखंड पुलिस द्वारा सभी शिक्षण संस्थानों से आग्रह किया गया कि वे अपने परिसरों में नशा मुक्ति कमेटियों का गठन करें और हर सप्ताह एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित करें, ताकि छात्रों को नशे के खतरे और उसके सामाजिक व मानसिक प्रभावों की जानकारी मिल सके।
कार्यक्रम में एसएसपी देहरादून अजय सिंह, डीएसपी रीना राठौर, एसएचओ पी.डी. भट्ट (सहसपुर) सहित पुलिस विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
माया देवी विश्वविद्यालय के अध्यक्ष मनोहर जुयाल ने युवाओं में नशे की लत को बेहद गंभीर समस्या बताया और इसे समाज से समाप्त करने के लिए सामूहिक प्रयासों पर बल दिया। विश्वविद्यालय की उपाध्यक्ष डॉ. तृप्ति जुयाल सेमवाल ने भी युवाओं से अपील की कि वे नशे को छोड़कर अपने जीवन को एक सकारात्मक दिशा दें।
मापन सत्र में विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर (डॉ.) आशीष सेमवाल ने सभी शिक्षण संस्थाओं एवं प्रतिभागियों को धन्यवाद देते हुए आश्वस्त किया कि माया देवी विश्वविद्यालय इस अभियान में सक्रिय रूप से सहयोग करता रहेगा।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति प्रो. संदीप विजय, नशा मुक्ति कमेटी की समन्वयक प्रो. देवेंद्र सिंह रावत, क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों और कॉलेजों के निदेशक, प्राचार्य एवं शिक्षकगण भी उपस्थित रहे। संगोष्ठी ने युवाओं को नशा मुक्त जीवन की ओर प्रेरित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सिद्ध किया।
