पीजी कोर्स के उपरांत राज्य सेवा में लौटे डॉक्टरों को मिली तैनाती

देहरादून। सूबे के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग को 45 विशेषज्ञ चिकित्सक मिल गये हैं। पोस्ट ग्रेजुएशन पाठ्यक्रम पूरा करने के उपरांत राज्य सेवा में लौटे इन सभी विशेषज्ञ चिकित्सकों को विभिन्न जनपदों में तैनाती दे दी गई है। विशेषज्ञ चिकित्सकों के आने से प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था और अधिक मजबूत होगी साथ ही चिकित्सालयों में आम लोगों को बेहतर उपचार मिल सकेगा।
सूबे के चिकित्सा स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि राज्य सरकार प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण को लेकर लगातार प्रयासरत है। सरकार द्वारा अस्पतालों में न सिर्फ आधुनिक चिकित्सा उपकरणों एवं दवाएं उपलब्ध कराई जा रही है बल्कि सरकार चिकित्सालयों में विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती में भी जुटी है। इसी कड़ी में सरकार ने प्रदेशभर के विभिन्न जनपदों की चिकित्सा इकाईयों में 45 विशेषज्ञ चिकित्सकों को तैनाती दी है। जिसमें ऊधमसिंह नगर में 4 विशेषज्ञ चिकित्सकों को तैनात किया गया है। इसी प्रकार उत्तरकाशी, बागेश्वर, चमोली और पिथौरागढ़ में 3-3, रूद्रप्रयाग, टिहरी, चम्पावत व देहरादून में 2-2, हरिद्वार में 1, पौड़ी व नैनीताल में 6-6 और अल्मोड़ जनपद में 8 विशेषज्ञ चिकित्सकों को तैनाती दी गई है। ये सभी चिकित्सक अपनी पीजी की पढ़ाई के लिये देशभर के प्रतिष्ठित मेडिकल संस्थानों में गये थे। अपना पीजी कोर्स पूरा करने के उपरांत अब ये चिकित्सक राज्य सेवा के लिये लौट आये हैं और प्रदेश के चिकित्सालयों में विशेषज्ञ चिकित्सक के रूप में आगे की सेवाएं देंगे। डॉ. रावत ने कहा कि इन विशेषज्ञ चिकित्सकों में सर्जन, जनरल मेडिसिन, ऑब्स एंड गायनी, कम्युनिटी मेडिसिन, फॉरेसिंक मेडिसिन, ईएनटी, बाल रोग विशेषज्ञ, एनेस्थीसियोलॉजिस्ट, ऑप्थॉमेलॉजिस्ट, रेस्पेरेट्री मेडिसिन आदि शामिल हैं। इन सभी विशेषज्ञ चिकित्सकों के आने से प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था और सुदृढ़ हो जायेगी। जिससे आम लोगों को राजकीय चिकित्सालयों में बेहतर उपचार आसानी से मिल सकेगा। विभागीय मंत्री ने बताया कि चार धाम यात्रा मार्ग वाले जनपदों चमोली, रूद्रप्रयाग, उत्तरकाशी, टिहरी और पौड़ी जनपदों में भी विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती की गई है, जिससे यात्रा पर आये तीर्थ यात्रियों को भी बेहतर उपचार सुलभ हो सकेगा।