देहरादून। देवभूमि राष्ट्रीय रत्न पुरस्कार-2025 का आयोजन 5 जुलाई 2025 को इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया), उत्तराखंड स्टेट सेंटर, देहरादून में भव्यता के साथ संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में भारत के विभिन्न राज्यों से आए उत्कृष्ट व्यक्तित्वों को शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक सेवा, नवाचार और जनकल्याण के क्षेत्रों में उनके असाधारण योगदान के लिए सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत ज्ञान और विद्या की देवी सरस्वती वंदना से हुई, जो शुभता और आशीर्वाद का प्रतीक रही। समापन राष्ट्रीय गान के साथ हुआ, जिसने एकता और देशभक्ति की भावना को दर्शाया।
इस गरिमामयी समारोह के मुख्य अतिथि रहे। सुबोध उनियाल, वन एवं उच्च शिक्षा मंत्री, उत्तराखंड सरकार। उन्होंने सभी सम्मानित प्रतिभागियों को मंच पर सम्मानित किया और राष्ट्र निर्माण में उनके योगदान की सराहना की।
इस कार्यक्रम का आयोजन इंस्टीट्यूट फॉर सोशल रिफॉर्म्स एंड हायर एजुकेशन चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा किया गया, जिसका उद्देश्य जमीनी स्तर पर बदलाव लाने वाले लोगों को पहचान देना है। डॉ. अतुल शर्मा, संस्थापक, ने इस पहल को नेतृत्व प्रदान किया, जबकि डॉ. रेशु गुप्ता, सचिव, ने समस्त समन्वय को कुशलतापूर्वक संभाला। कार्यक्रम का संचालन गौरी शर्मा ने आकर्षक शैली में किया और गीत शर्मा ने मंच समन्वय की जिम्मेदारी सफलतापूर्वक निभाई।
उल्लेखनीय गणमान्य अतिथियों में ई. एन. के. यादव, अध्यक्ष, आईईआई उत्तराखंड स्टेट सेंटर; एच. के. उप्रेती और प्रो. (डॉ.) सतेंद्र मित्तल, कुलपति, पतंजलि विश्वविद्यालय उपस्थित रहे। उन्होंने परंपरा और आधुनिक शिक्षा के समन्वय की आवश्यकता पर बल दिया।
भारत के सभी राज्यों से आए सम्मानित व्यक्तियों को मंच पर सम्मानित किया गया, जिसने इस आयोजन को एक राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिभा, सेवा और नवाचार का गौरवपूर्ण उत्सव बना दिया।
