जबलपुर: “लोग सोचते हैं कि व्हीलचेयर किसी की गति को रोक देती है। मेरे लिए ये मेरी उड़ान का जरिया बन गई,” कहते हैं शुभम विश्वकर्मा, जबलपुर के रहने वाले एक युवा जिन्होंने शारीरिक अक्षमता को जीवन की कमजोरी नहीं, बल्कि अपनी ताकत बना लिया।

कटनी से आने वाले शुभम एक आम डिलीवरी एजेंट नहीं हैं। वे राष्ट्रीय स्तर के व्हीलचेयर क्रिकेट खिलाड़ी हैं, जिन्होंने ताइक्वांडो में भी मेडल जीते हैं। लेकिन शायद उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि है — रोज़ की चुनौतियों को मुस्कराकर स्वीकार करना और स्वाभिमान के साथ आत्मनिर्भर बनना।
जिन पैरों ने साथ छोड़ा, उस जिद ने रास्ता बनाया
शुभम की ज़िद ने तय कर लिया था कि वह न सिर्फ दौड़ेगा, बल्कि आगे भी निकलेगा। उन्होंने न पढ़ाई छोड़ी, न खेल को त्यागा। भोपाल, मध्य प्रदेश से लेकर मुंबई, महाराष्ट्र तक, उन्होंने राज्य की व्हीलचेयर क्रिकेट टीम की ओर से खेला। ताइक्वांडो में चैंपियनशिप जीती। और इसी दौरान, अपनी जीविका के लिए उन्होंने स्विगी डिलीवरी पार्टनर के रूप में काम करना शुरू किया।
Swiggy के साथ आत्मनिर्भरता की राह
पिछले ढाई वर्षों में शुभम ने जबलपुर में 2300 से अधिक डिलीवरी पूरी की हैं। उन्हें ग्राहकों से लगातार 4.8 रेटिंग मिलती रही है — जो दर्शाता है कि वे सिर्फ समय पर ऑर्डर नहीं पहुंचाते, बल्कि मुस्कराहट भी साथ लेकर जाते हैं। शुभम बताते हैं, “स्विगी से जुड़ने के बाद मुझे न केवल कमाई का ज़रिया मिला, बल्कि एक आत्मनिर्भर जीवन की राह भी मिली। अब मैं अपनी पढ़ाई और खेल से जुड़ी ज़रूरतों को खुद पूरा कर पाता हूं — यही मेरे लिए बड़ी उपलब्धि है।”
स्विगी ने अपने डिलीवरी पार्टनर्स को हमेशा सशक्त बनाने के लिए कई पहल की हैं। Project Next के तहत डिलीवरी पार्टनर्स को फुल-टाइम रोल्स में बदलने के लिए अवसर दिए गए हैं। Swiggy Skills, जो Ministry of Skill Development के साथ साझेदारी में है, डिलीवरी पार्टनर्स को Skill India Digital Hub के माध्यम से प्रशिक्षण और प्रमाणपत्र प्रदान करता है। इसके अलावा, Financial Literacy Program, जो National Stock Exchange (NSE) के साथ मिलकर चलता है, महिलाओं सहित डिलीवरी पार्टनर्स को बजटिंग और निवेश के बारे में जानकारी देता है। Delivering Safely पहल के तहत, सड़क सुरक्षा कार्यशालाएं आयोजित की जाती हैं और BIS-स्वीकृत हेलमेट, स्मार्ट गियर, और दुर्घटना बीमा प्रदान किए जाते हैं, जिससे डिलीवरी पार्टनर्स को सुरक्षा और समर्थन मिलता है।
Swiggy के लिए भी शुभम जैसे डिलीवरी पार्टनर एक मिसाल हैं। कंपनी ने उन्हें ‘हीरो ऑफ द वीक’ भी घोषित किया है — यह एक आंतरिक मान्यता है, जो उन डिलीवरी एजेंट्स को दी जाती है जो असाधारण प्रयास करते हैं।
प्रेरणा का दूसरा नाम
शुभम की कहानी सिर्फ एक व्यक्तिगत संघर्ष की दास्तां नहीं है। यह उस भारत की तस्वीर है, जहां प्लेटफॉर्म इकोनॉमी युवाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर दे रही है।
यह कहानी इस बात की गवाह है कि जब किसी को आगे बढ़ने का एक सच्चा मौका मिलता है, तो फिर उसे कोई भी मुश्किल रोक नहीं सकती।