देहरादून । फिक्की फ्लो उत्तराखंड द्वारा आयोजित दो दिवसीय “फ्लो ट्रेड फेयर एवं आर्टिजन हाट” के नवें संस्करण का दूसरा दिन भी उत्साह, नवाचार और महिला सशक्तिकरण की ऊर्जा से सराबोर रहा। इस आयोजन ने उत्तराखंड की महिला उद्यमियों और देशभर से आए कारीगरों को एक साझा मंच प्रदान किया, जहाँ परंपरा, नवाचार और आत्मनिर्भरता का अद्भुत संगम देखने को मिला।

सुबह के सत्र की शुरुआत Mukul माधव Foundation के सहयोग से Finolex Industries द्वारा आयोजित एक विशेष सामाजिक पहल से हुई, जिसमें फिक्की फ्लो उत्तराखंड की अध्यक्षा डॉ. गीता खन्ना ने 15 जरूरतमंद छात्र-छात्राओं को साइकिल वितरित की। इस पहल का उद्देश्य छात्रों को शिक्षा के लिए सुगम परिवहन उपलब्ध कराना और उन्हें आत्मनिर्भरता की दिशा में प्रेरित करना था।
डॉ. खन्ना ने कहा कि, “शिक्षा ही वह साधन है जो बच्चों के भविष्य को दिशा देता है। यदि हम उन्हें सही संसाधन उपलब्ध कराएँ, तो वे जीवन में किसी भी ऊँचाई को प्राप्त कर सकते हैं।
दोपहर के सत्र में प्रसिद्ध फैशन आर्टिस्ट रोहित बोस एवं उनकी माताजी लीना बोस के सौजन्य से एक शानदार साड़ी ड्रेपिंग वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस वर्कशॉप में प्रतिभागियों को भारतीय परिधानों की विविधता, साड़ी पहनने की पारंपरिक एवं आधुनिक विधियों, और व्यक्तित्व प्रस्तुति में परिधान की भूमिका के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। प्रतिभागियों ने न केवल नई तकनीकें सीखीं, बल्कि भारतीय परंपरा की इस अमूल्य धरोहर को संरक्षित करने का संदेश भी दिया।
फैशन जगत में रोहित बोस एवं लीना बोस को “धोती मैन” के नाम से भी जाना जाता है, जो भारतीय परिधान संस्कृति को आधुनिक परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत करने के लिए प्रसिद्ध हैं।
शाम के समापन सत्र में उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी भूषण मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहीं। उन्होंने मेले के सभी स्टॉल्स का भ्रमण किया, देशभर से आई महिला उद्यमियों और कारीगरों से संवाद किया तथा उनके उत्पादों की सराहना की।
खंडूरी ने सभी महिला उद्यमियों को सम्मान पत्र वितरित कर उनका मनोबल बढ़ाया। उन्होंने कहा कि, “फिक्की फ्लो उत्तराखंड का यह प्रयास न केवल महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक ठोस कदम है, बल्कि यह मंच महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने और अपने हुनर को पहचान दिलाने का अवसर भी प्रदान करता है। पूरे देश से आए कारीगरों का यहाँ एक साथ जुटना, सांस्कृतिक विविधता और हस्तकला की समृद्ध परंपरा का जीवंत उदाहरण है।
इस अवसर पर फिक्की फ्लो उत्तराखंड की अध्यक्षा डॉ. गीता खन्ना ने सभी आगंतुकों, महिला उद्यमियों और देश के विभिन्न राज्यों से आए कारीगरों का हृदय से आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि, “इन दो दिनों में हमने महिला शक्ति, कला और संस्कृति का ऐसा उत्सव देखा जो आने वाले वर्षों तक प्रेरणा देता रहेगा। फिक्की फ्लो उत्तराखंड का उद्देश्य केवल प्रदर्शन नहीं, बल्कि हर उस महिला को मंच देना है जो अपने सपनों को साकार करना चाहती है।
डॉ. खन्ना ने इस अवसर पर फ्लो सदस्य वर्षा मांगलिक को भी विशेष धन्यवाद दिया, जिन्होंने पूरे परिसर की सजावट “वेस्ट मटेरियल” से तैयार की। उनकी यह सजावट “रीयूज़ और सस्टेनेबिलिटी” के सुंदर संदेश को बखूबी प्रस्तुत कर रही थी और सभी आगंतुकों का केंद्रबिंदु बनी रही। “फ्लो ट्रेड फेयर एवं आर्टिजन हाट” का यह संस्करण वास्तव में महिला उद्यमिता, कला, संस्कृति और समाजसेवा का प्रेरक संगम रहा — जिसने यह सिद्ध किया कि जब महिलाएँ अवसर पाती हैं, तो वे न केवल स्वयं आगे बढ़ती हैं, बल्कि पूरे समाज को नई दिशा देने में सक्षम होती हैं। इस मौके पर कार्यक्रम की सहसंयोजक लुबना मिर्जा एवं ज्योति सिंह राठौड़ वरिष्ठ उपाध्यक्ष तृप्ति महल वाइस चेयरपर्सन मीनाक्षी सोती कोषाध्यक्ष हरप्रीत कौर सचिव स्मृति बत्ता पूर्व अध्यक्ष अनुराधा मल्ला नेशनल जीबी मेंबर नेहा शर्मा आदि मौजूद रहे।