वेदांता करेगा राजस्थान में 1 लाख करोड़ रुपये का निवेश

2030 तक 350 बिलियन अमेरिकी डॉलर की अर्थव्यवस्था बनने की राजस्थान की महत्वाकांक्षा को बल मिलेगा
पंतनगर। वेदांता ने यू.के. में आयोजित राइजिंग राजस्थान रोड शो में भाग लिया, जिसका नेतृत्व राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा द्वारा किया गया। अनिल अग्रवाल चेयरमैन वेदांता समूह द्वारा राजस्थान में जिंक, ऑयल एण्ड गैस तथा रिन्यूएबल एनर्जी में पूर्व में किये गये 1 लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश समझोतो पर चर्चा की। । इससे 2 लाख से अधिक रोजगार सृजन करने में सहायता मिलने के साथ ही कई क्षेत्रों में 500 से अधिक डाउनस्ट्रीम उद्योगों तथा आयात प्रतिस्थापन में सहायता मिलेगी।
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने कहा कि, राजस्थान की नई डबल इंजन सरकार प्रधानमंत्री जी के 2047 तक विकसित भारत के विजन के प्रति प्रतिबद्ध है। मैं दुनिया के कई देशों को राजस्थान में आकर निवेश करने और समृद्ध भविष्य के निर्माण में हमारे साथ शामिल होने के लिए आमंत्रित करता हूं। उन्होंने कहा कि मैं राज्य में निवेश करने वाले प्रत्येक उद्यमी को आश्वस्त करना चाहता हूं कि हमारी सरकार हर कदम पर उनके साथ खड़ी है।
वेदांता हिंदुस्तान जिंक, जिंक की क्षमता को 1.2 एमटीपीए से बढ़ाकर 2 एमटीपीए करने, चांदी को 800 टन से बढ़ाकर 2, हजार टन करने तथा 1 एमटीपीए उर्वरक संयंत्र स्थापित करने के लिए 30 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगी। वेदांता ने उदयपुर क्षेत्र के आसपास गैर-लाभकारी आधार पर लघु एवं मध्यम उद्योगों के लिए 5 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से एक औद्योगिक पार्क स्थापित करने की भी घोषणा की। इससे डाउनस्ट्रीम उद्योगों के लिए विशाल औद्योगिक परिसरों का निर्माण होगा, क्योंकि जिंक और चांदी के सैकड़ों अनुप्रयोग हैं, जिनका उपयोग ऑटो, बिजली, बुनियादी ढांचे, रेलवे और अन्य क्षेत्रों में किया जाता है।
केयर्न ऑयल एंड गैस 35 हजार करोड़ रुपये का निवेश कर क्षमता को बढ़ाकर 3 लाख बैरल प्रतिदिन करेगी। सेरेंटिका रिन्यूएबल्स 10 हजार मेगावाट रिन्यूएबल एनर्जी क्षमता विकसित करने के लिए 50 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगी, ताकि उपरोक्त निवेशों का सहयोग कर ऊर्जा परिवर्तन में सहायता से उच्चतम पर्यावरणीय मानकों और हरित विनिर्माण को सुनिश्चित किया जा सके।
इस दौरान गोवर्धन विकास के संबंध में भी चर्चा की गई तथा कृष्ण भूमि विकास पर एक विस्तृत प्रस्तुति दी गई, जिसमें वेदांता समूह की सहायता से महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों जैसे ‘पूंछरी का लौठा’ तथा तीर्थस्थल की अन्य संबद्ध संरचनाओं को विकसित करने के बारे में चर्चा शामिल है।
दिसंबर 2024 में आयोजित होने वाले राइजिंग राजस्थान कार्यक्रम से पहले, हमने वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल के साथ विस्तृत एवं उपयोगी चर्चा की है, जो हमारी व्यापार-अनुकूल नीतियों से प्रभावित हैं। उन्होंने राजस्थान में अपने निवेश को दोगुना करने और 1 लाख करोड़ रुपये का निवेश कर राज्य के व्यापार प्रस्ताव को और मजबूत करने के लिए हमारी सरकार से हाथ मिलाया है। हमारी चर्चा राज्य में समूह की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं को आगे बढ़ाने पर केंद्रित थी, जिसमें हिंदुस्तान जिंक, केयर्न ऑयल एंड गैस और सेरेंटिका रिन्यूएबल्स के लिए क्षमता विस्तार शामिल है, जो राज्य के लोगों के लिए अधिक रोजगार सृजित करेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं इस अवसर पर इस नए निवेश के लिए अग्रवाल को धन्यवाद देता हूं और यह सुनिश्चित करता हूं कि राज्य सरकार इन परियोजनाओं के विकास के लिए पूरा सहयोग प्रदान करेगी।
वेदांता लिमिटेड के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा कि, राजस्थान उन कुछ राज्यों में से एक है, जहां हाइड्रोकार्बन और जिं़क, लेड, चांदी, सोना, तांबा, पोटाश, रॉक फॉस्फेट, संगमरमर, विभिन्न प्रकार के उच्च गुणवत्ता वाले पत्थर और अन्य महत्वपूर्ण खनिजों की बड़ी उपलब्धता है। हिंदुस्तान जिंक और केयर्न इन खनिजों में से प्रत्येक में एक्सप्लोरेशन प्रयासों का नेतृत्व करेंगे, निवेश प्रदान करते हुए मैन्यूफेक्चरिंग और प्रोसेसिंग प्लांट स्थापित करेंगे, स्मेल्टर बनाएंगे और शेल गैस और टाइट ऑयल की रिकवरिंग करेंगे। हम राज्य सरकार के साथ मिलकर आर्थिक विकास को बढ़ावा देने और क्षेत्र में जीवन स्तर की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए कार्य कर गौरवान्वित है। इस नई प्रतिबद्धता के साथ, हमारा लक्ष्य राज्य के लिए दीर्घकालिक विकास की नींव रखना है जो समृद्ध भविष्य के अपने दृष्टिकोण को प्राप्त करने में मदद करेगा।
यह घोषणा न केवल राजस्थान के विकास में एक प्रमुख भागीदार के रूप में वेदांता की स्थिति, बल्कि धातु, खनिज, ऑयल एण्ड गैस, रिन्यूएबल एनर्जी और औद्योगिक नवाचार के लिए वैश्विक केंद्र बनने की राज्य की क्षमता को भी मजबूत करेगी।

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