- प्रयागराज में श्रद्धालु 25,000 रुपए तक के डिजिटल भुगतान को बना सकेंगे सुरक्षित
- महाकुंभ का जश्न मनाने के लिए डिजाइन किया गया, भारतपे यूपीआई की नई पेशकश यूजर्स को 25,000 रुपए तक के धोखाधड़ी वाले डिजिटल लेनदेन से प्रदान करेगी सुरक्षा
- जो यूजर्स प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान भारतपे ऐप इंस्टॉल करेंगे और अपना पहला लेनदेन करेंगे, उन्हें पहले महीने के लिए शील्ड सेवा मुफ्त मिलेगी
प्रयागराज : भारत की तेजी से बढ़ती यूपीआई भुगतान सेवा, भारतपे ऐप ने, ‘महाकुंभ शील्ड’ को लॉन्च2 करने की घोषणा की है, जो प्रयागराज आने वाले तीर्थयात्रियों के यूपीआई भुगतान को सुरक्षा प्रदान करेगा। व्याापक धोखाधड़ी सुरक्षा योजना को विशेषरूप से महाकुंभ 2025 के लिए डिजाइन किया गया है। यूजर्स 30 दिनों की अवधि के लिए 25,000 रुपए तक के अपने मोबाइल भुगतान को मुफ्त में सुरक्षित बना सकेंगे।
अभिनव ‘महाकुंभ शील्ड’ एक ऐसी सुरक्षा योजना है, जिसका उद्देश्यु इस भव्यि आध्यात्मिक आयोजन में भाग लेने वाले लाखों श्रद्धालुओं को फिशिंग घोटालों, डिवाइस चोरी होने के कारण अनधिकृत लेनदेन और अन्य साइबर खतरों से बचाना है।
प्लान को एक्टिवेट करने के लिए, प्रयागराज में उपस्थित यूजर्स को बस भारतपे ऐप डाउनलोड करना है और अपना पहला यूपीआई लेनदेन पूरा करना है। इसके बाद, उन्हें पहले महीने के लिए 25,000 रुपए तक की राशि के लिए मुफ्त सुरक्षा मिलेगी और मुफ्त परीक्षण अवधि खत्म होने के बाद, यूजर्स केवल 19 रुपए प्रति माह के शुल्क पर सेवा का उपयोग करना जारी रख सकते हैं।
भारतपे शील्ड के साथ, यूजर्स 10 दिनों के भीतर किसी भी यूपीआई धोखाधड़ी के लिए मुआवजे का दावा कर सकते हैं। सुविधा को और ज्यादा बेहतर बनाने के लिए, भारतपे शील्ड धोखाधड़ी की रिपोर्ट करने और दावा करने के लिए ऐप, चैटबॉट और टोल फ्री हेल्पंलाइन के माध्य्म से 24 घंटे सहायता प्रदान करता है। इस पहल के साथ, भारतपे अपने बढ़ते यूजर्स के लिए सुरक्षित डिजिटल भुगतान सुनिश्चिरत करने की अपनी प्रतिबद्धता को और मजबूत बना रहा है।
इस लॉन्च पर बोलते हुए, नलिन नेगी, चीफ एग्जीक्यूिटिव ऑफिसर (सीईओ), भारतपे ने कहा, “महाकुंभ दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक आयोजनों में से एक है। महाकुंभ शील्ड के साथ, हमारा उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि प्रत्येक श्रद्धालु पूरी मन की शांति के साथ लेनदेन कर सके। हमारा लक्ष्य बहुत आसान है- डिजिटल भुगतान को न केवल आसान, बल्कि सुरक्षित बनाना, ताकि श्रद्धालु बिना किसी चिंता के अपनी आध्यात्मिक यात्रा पर ध्यान केंद्रित कर सकें। हम आगे भी ऐसे समग्र समाधान पेश करना जारी रखेंगे, जो हमारे यूजर्स को सुविधाजनक और सुरक्षित डिजिटल लेनदेन का अनुभव प्रदान करने में मदद करें।”
