व्हाइट कैनवस इंडिया यंग सीईओ प्रोग्राम लॉन्च के साथ सिंधिया स्कूल के छात्रों ने रिकॉर्ड समय में तीन महत्वपूर्ण नए उत्पाद को विकसित करके उसका अनावरण किया

ग्वालियर। सिंधिया स्कूल, दुर्ग ग्वालियर में व्हाइट कैनवस इंडिया के यंग सीईओ प्रोग्राम के सहयोग से, विद्यालय के छात्रों ने “किशोर संस्थापक उत्पाद के लोकार्पण कार्यक्रम” में अपने नए उत्पाद को विकसित करके उसका अनावरण किया। गतिशील युवा उद्यमियों की तीन टीमों ने अपने स्टार्टअप लोगों के सामने रखा, जिनमें से प्रत्येक ने स्थिरता, नवाचार और प्रभाव पर जोर देते हुए बाजार की महत्वपूर्ण जरूरतों का ध्यान रखा गया है।सिंधिया स्कूल के प्रधानाचार्य अजय सिंह उप-प्राचार्या स्मिता चतुर्वेदी ने सभी उत्पादों का अनावरण किया।

इनमें पहला उत्पाद है-इको बीएएम – टिकाऊ बाँस उत्पाद- प्लास्टिक को पर्यावरण-अनुकूल बाँस-आधारित विकल्पों जैसे बोतलें, कटलरी और प्लेटों से बदलने के लिए समर्पित एक उद्यम जो कि हरित व प्लास्टिक मुक्त भविष्य को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। इसे छात्र गौरांग मंगल,अंश गुप्ता और पुष्कल अग्रवाल की टीम ने तैयार किया है।

इनमें दूसरा उत्पाद है रिब्लूमर्स – यह छात्रों के नेतृत्व वाला यह फाउंडेशन बेकार पड़े कपड़ों को स्टाइलिश बैग, पर्स और पाउच में बदल रहा है जो कि शून्य-अपशिष्ट फैशन और टिकाऊ उपभोग को बढ़ावा देता है। इसे कविन चटवाल, ईशान गर्ग और रायन बत्रा की टीम ने कला अध्यापक वीरेंद्र नागवंशी की सहायता से बनाया है

इनमें दूसरा उत्पाद है-प्रोफ़ीड – स्वस्थ प्रोटीन बार और बाजरा कुकीज़ जिन्हें स्वास्थ्य के प्रति जागरूक उपभोक्ताओं के लिए डिज़ाइन किया गया है और जो पोषक तत्वों से भरपूर हैं। इसमें स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए पौष्टिक, उच्च-प्रोटीन विकल्प प्रदान करने पर ध्यान केंद्रित किया गया।इसे जयंत अग्रवाल, हर्षित सिंह और नक्श मांड्यानी की टीम ने तैयार किया है। सिंधिया स्कूल के प्रधानाचार्य अजय सिंह ने उद्यमिता को माध्यमिक कक्षाओं से ही सीखने की जरूरत पर बल दिया और उन्होंने कहा कि यह समय की आवश्यकता है क्योंकि इसमें उद्यमिता की अतिरिक्त पर्यावरण संरक्षण का भी ध्यान रखा गया है। व्हाइट कैनवस इंडिया के संस्थापक समरेश शाह ने कहा, व्हाइट कैनवस इंडिया यंग सीईओ कार्यक्रम सिंधिया स्कूल के प्रत्येक छात्र को विकसित भारत का एम्बेसडर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।

इस कार्यक्रम के संयोजक समरेश शाह ने यह भी बताया कि यह आयोजन सिर्फ एक लॉन्च से कहीं अधिक है – यह युवा मन द्वारा कार्यभार संभालने, वास्तविक दुनिया की समस्याओं को हल करने और उद्यमिता की दुनिया में कदम रखने का उत्सव है। यंग सीईओ प्रोग्राम के माध्यम से, इन छात्रों ने नवीन व्यावसायिक विचार विकसित किए हैं, अपने नेतृत्व कौशल को निखारा है, और अपने स्टार्टअप को दुनिया के सामने रखने के लिए तैयार हैं। समाज को इसमें क्यों शामिल होना चाहिए? इस सवाल के जबाव में उन्होंने आगे कहा कि विचारों को जीवन में लाने वाले किशोर संस्थापकों से लोग प्रेरणा लें और नवोन्वेषी, छात्र-नेतृत्व वाले स्टार्टअप उद्यमों की खोजबीन करें। इससे समाज में शिक्षकों, निवेशकों और स्टार्टअप के प्रति उत्साही लोगों के साथ एक नेटवर्क स्थापित होगा। इस कार्रवाई में उद्यमशीलता पर शिक्षा के प्रभाव को भी देखा जा सकता है।

व्हाइट कैनवस इंडिया में, हम शुरू से ही उद्यमशीलता की मानसिकता विकसित करने, छात्रों में नेतृत्व क्षमता को विकसित करने, समस्या-समाधानकर्ता और भविष्य के व्यावसायिक अग्रणी बनने के लिए उन्हें सशक्त बनाने में विश्वास करते हैं। यह आयोजन इस बात का प्रमाण है कि युवा मन सही मार्गदर्शन, संसाधनों और दूरदर्शिता के साथ क्या हासिल कर सकते हैं।

डब्ल्यूसीआई यंग सीईओ कार्यक्रम किशोरों के लिए भारत का पहला और सबसे बड़ा फ्यूचर रेडी, उद्यमशीलता कौशल कार्यक्रम है, जो राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुपालन के तहत विकसित भारत के दृष्टिकोण के अनुरूप और विश्व आर्थिक मंच, हार्वर्ड बिजनेस रिपोर्ट और फोर्ब्स उद्यमिता दिशानिर्देशों के पालन के साथ प्रमुख संस्थापकों, युवा प्रतीक, शार्क टैंक सेंसेशन, आईआईएम के सलाहकारों द्वारा आपके लिए लाया गया है।

इस अवसर पर सिंधिया स्कूल के प्रधानाचार्य अजय सिंह उप-प्राचार्या स्मिता चतुर्वेदी, वाणिज्य विभाग के अशोक शिवरामन, परमिंदर सिंह तथा सह शैक्षणिक कार्यों के प्रभारी धीरेंद्र शर्मा  सहित सिंधिया स्कूल के समस्त छात्र एवं शिक्षकगण सहित सिंधिया कन्या विद्यालय की छात्राएँ व शिक्षिकाएँ भी उपस्थित रहीं ।

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