देहरादून! अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर संजय ऑर्थोपीडिक, स्पाइन एवं मेटरनिटी सेंटर, देहरादून के द्वारा 11वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य जनमानस को योग के स्वास्थ्यवर्धक लाभों से अवगत कराना और दैनिक जीवन में योग को शामिल करने के लिए प्रेरित करना था। योग प्रशिक्षिका प्रिया द्वारा प्रतिभागियों को विभिन्न योगासनों, प्राणायाम एवं ध्यान की विधियाँ सिखाई गईं।
इस योग सत्र में अस्पताल के चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ एवं अन्य प्रतिभागियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। पद्म श्री से सम्मानित डाॅ. बी. के. एस. संजय ने स्वस्थ और सुखी जीवन के लिए योग के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भोजन, व्यायाम, काम और नींद के अलावा स्वस्थ और सुखी जीवन को बनाए रखने के लिए आधे घण्टे से एक घण्टे तक नियमित योग बहुत स्वास्थवर्द्धक है। योगाभ्यास न केवल शारीरिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाए रखने में मदद करता है, बल्कि यह तनाव प्रबंधन के लिए एक महत्वपूर्ण उपाय के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है जिसे कई बायोफीडबैक अध्ययनों से साबित किया गया है। पद्मश्री से सम्मानित
ऑर्थोपीडिक सर्जन डाॅ. बी. के. एस. संजय ने सभी से योग को एक आदत बनाने का आग्रह किया क्योंकि योग एक बिना लागत के स्वास्थवर्द्धक प्रणाली है।
स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञा डाॅ. सुजाता संजय ने कहा कि शारीरिक, मानसिक, सामाजिक, मनोवैज्ञानिक और आध्यात्मिक स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए जाति, पंथ, क्षेत्र और धर्म के भेदभाव के बिना योग एवं प्राणायाम की आदत सभी को अपने जीवन शैली में ढ़ालनी चाहिए। ऑर्थोपीडिक
एवं स्पाइन सर्जन डाॅ. गौरव संजय ने कहा कि योग हमारे शरीर को लचीला बनाता है। आज के समय में जब हम घंटों कंप्यूटर के सामने या गाड़ी चलाते हुए बिताते हैं, तब शरीर में अकड़न, पीठ दर्द और जोड़ों की तकलीफें आम हो जाती हैं। योग इन समस्याओं से राहत देने में बेहद असरदार है। नियमित अभ्यास से शरीर हल्का, संतुलित और सक्रिय महसूस करता है।
