देहरादून। देवभूमि राष्ट्रीय रत्न पुरस्कार – 2025 का आयोजन इंस्टीट्यूशन ऑफ इंजीनियर्स (इंडिया), उत्तराखंड स्टेट सेंटर, देहरादून में भव्यता के साथ संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में भारत के विभिन्न राज्यों से आए उत्कृष्ट व्यक्तित्वों को शिक्षा, स्वास्थ्य, सामाजिक सेवा, नवाचार और जनकल्याण के क्षेत्रों में उनके असाधारण योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में देवव्रत पुरी गोस्वामी (डिटेक्टिव देव) को देवभूमि राष्ट्रीय रत्न पुरस्कार 2025 से नवाज़ा गया। उन्हें यह राष्ट्रीय गौरव “जासूसी खुफिया उत्कृष्टता” (Detective Intelligence Excellence) श्रेणी में प्रदान किया गया, उनके अदृश्य लेकिन निर्णायक योगदान, राष्ट्रसेवा में अभूतपूर्व समर्पण और खुफिया अभियानों में अद्वितीय नेतृत्व के लिए कार्यक्रम के मुख्य अतिथि रहे सुबोध उनियाल, वन एवं उच्च शिक्षा मंत्री, उत्तराखंड सरकार द्वारा सम्मानित किया गया।

डिटेक्टिव देव, जो तिआनझू इन्वेस्टिगेटिव सर्विसेज प्रा. लि. के संस्थापक और निदेशक हैं, ने अपने कार्यों से जासूसी जगत में नैतिकता, व्यावसायिकता और अत्याधुनिक तकनीकी कौशल का ऐसा समन्वय प्रस्तुत किया है, जो अब एक मानक बन चुका है। उन्होंने पूर्व/पश्चात वैवाहिक जांच, साइबर निगरानी, वित्तीय धोखाधड़ी, काउंटरफिट इन्वेस्टिगेशन, कॉर्पोरेट जासूसी, स्टिंग ऑपरेशन और लापता व्यक्ति की खोज जैसे दर्जनों अत्यंत संवेदनशील मामलों को सफलतापूर्वक सुलझाकर निजी जांच सेवाओं की छवि को नए स्तर तक पहुंचाया है।