चमोली ( प्रदीप लखेड़ा )
उत्तराखंड की ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण में छात्रों ने हाथों में किताबें उठाने की बजाय मुट्ठियां भींचकर जोरदार प्रदर्शन किया। इतना ही नहीं जुलूस निकालकर सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए तहसील कार्यालय में आ गरजे, जहां उन्होंने अपनी मांगों को लेकर करीब एक घंटे तक धरना प्रदर्शन किया।
दरअसल गैरसैंण से फरकंडे और रिखोली से राजकीय पीजी कॉलेज जाने वाले मोटर मार्ग की दुर्दशा को लेकर राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय गैरसैंण के छात्र-छात्राओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। इस दौरान छात्रों ने गैरसैंण से पीजी कॉलेज जाने वाली सड़क पर एकत्रित होकर तहसील कार्यालय तक रैली निकाली, साथ ही सरकार व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। इस दौरान छात्रों ने पीएमजीएसवाई व लोक निर्माण विभाग के खिलाफ भी नारेबाजी की।
छात्रों का कहना था कि वो विगत कई वर्षों से सड़क डामरीकरण व सुधारीकरण की मांग उठाते आ रहे हैं व कई बार प्रसाशन के माध्यम से सरकार को ज्ञापन दे चुके हैं,लेकिन सरकार व विभाग है कि उनकी मांगे सुनने को तैयार नही है। जिस कारण उन्हें आज सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करने को मजबूर होना पड़ रहा है।
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे छात्र संघ अध्यक्ष प्रकाश सिंह खत्री ने कहा कि राजकीय महाविद्यालय को जाने वाली सड़क की स्तिथि बेहद खराब है, कहा कि लगातार शासन व प्रसाशन को ज्ञापनों के माध्यम से वे कार्यदायी संस्था पीएमजीएसवाई व लोकनिर्माण विभाग को दूरभाष के माध्यम से कई बार अवगत कराया गया है लेकिन कोई भी हमारी मांगो को सुनने को तैयार नही है। कहा कि सड़क की हालत आज ऐसी हो चुकी है कि गाड़ी तो छोड़िए पैदल चलना भी दुभर हो चुका है। कहा कि सड़क की हालत ऐसे हैं कि वाहन लगातार दल-दल मैं फंस रहे हैं जिससे कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना घटित हो सकती है। प्रकाश सिंह खत्री ने कहा कि आज हम लोग फिर से ज्ञापन देने पहुंचे है,यदि छात्रों की मांगों पर जल्द कार्यवाही नही होती है तो छात्र उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे।
पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष जसवंत सिंह ने कहा कि ग्रीष्मकालीन राजधानी गैरसैंण के एकमात्र महाविद्यालय की सड़क की हालत आज ऐसी हो गई है कि इस सड़क से छात्र छात्राओं का आवाजाही करना मुश्किल हो गया है,जिस कारण लगातार छात्र संख्या भी घटती जा रही है। कहा कि कई बार ज्ञापनों के माध्यम से सरकार व प्रसाशन को अवगत कराया गया लेकिन हालात आज भी जस के तस बने हुए हैं। कहा कि 8 माह पूर्व रिखोली से डिग्री कॉलेज मोटर मार्ग के डामरीकरण की वित्तीय स्वीकृति मिलने के बाउजूद लोक निर्माण विभाग द्वारा कार्य शुरू नही किया गया है। जिस कारण विद्यालयी छात्र-छात्राएं जान जोखिम में डालकर आवाजाही करने को मजबूर हैं।कहा कि यदि शीघ्र मांगों पर कार्यवाही नही की गई तो उग्र आंदोलन करने को मजबूर होना पड़ेगा।
उपजिलाधिकारी गैरसैंण अंकित राज ने कहा कि महाविद्यालय के छात्रों ने सड़क सुधारीकरण की मांग का ज्ञापन दिया है,जिसका संज्ञान लेते हुए कार्यदायी संस्था पीएमजीएसवाई व लोकनिर्माण विभाग को सड़क को तुरंत ठीक करने को बोल दिया गया है। कहा कि आजकल बरसात के चलते भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, लेकिन फिर भी प्रयास किया जा रहा है कि जल्द सड़क को ठीक कर लिया जाय। कहा कि एक-दो हफ्ते की भीतर सड़क मार्ग को ठीक कर लिया जायेगा।
लोनिवि के अधिशासी अभियंता जगदीश प्रसाद थपलियाल ने कहा कि साढ़े तीन किमी गैरसैंण रिखोली फरकंडे सड़क पर दो करोड़ 26 लाख की लागत से होने वाले डामरीकरण के लिए दो सप्ताह पूर्व निविदा खुल चुकी है, ठेकेदार से बान्ड भरने की प्रक्रिया चल रही है बरसात के चलते विलंब हो रहा है,आगे की प्रक्रिया गतिमान है।

