ग्राम कोलाडुँगरी (चमोली) में 27 वर्षों के लम्बे अन्तराल के बाद हुई श्री राम लीला मंचन का आयोजन

गौचर / चमोली। ग्राम कोलाडुंगरी (चमोली) में 27 वर्षों के लम्बे अन्तराल के बाद रामलीला मंचन का आयोजन प्रारंभ किया गया।
वर्ष 1956 से निरन्तर प्रतिवर्ष होने वाली रामलीला मंचन पर तब विराम लगा, जब उच्च शिक्षा लेने के पश्चात गाॅव के युवा रोजगार के लिए शहर की ओर पलायन कर गये। जिससे गाॅव में कुछ ही परिवार रह गये। गांव में राम लीला मंचन की निरन्तरता वर्ष 1994 तक बनी रही रही। अब श्री राम जी के पुण्य प्रताप से व प्रवासी गाॅव वासियों के उत्साह, एवं गाॅव में रहने वाले कर्मठ समाज सेवियों के अथक प्रयासों से पुनः गाॅव में बच्चों, युवा, एवं प्रेरणास्रोत बुजुर्गों, व मातृशक्ति के लौटने से गाॅव गुलजार हो गया है। दूर शहरों व विदेशों से आऐ परिवारों के समयाभाव के कारण सप्त दिवसीय रामलीला दिनाॅक 11 जून को सम्पन्न होगी।
रामलीला मंचन के सफल आयोजन हेतु कमेटी के अध्यक्ष महिपाल सिंह रावत, कोषाध्यक्ष प्रेमसिंह तोपाल, संरक्षक दान सिंह रावत, निर्देशक विजय तोपाल, सहित सलाहकार समिति में भाष्करानन्द डिमरी , हुकुम सिंह तोपाल, सुदर्शन थपलियाल, आशुतोष डिमरी, जय प्रकाश थपलियाल, हरीश डिमरी सहित समस्त ग्रामजनों का सहयोग मिल रहा है।रामलीला में राम के पात्र के रूप में सविताॅश तोपाल, लक्ष्मण के पात्र कणं तथा सीता के पात्र ऋषभ दिव्याँशु रावत के प्रस्तुतिकरण को दर्शकों द्वारा खूब सराहा जा रहा है।

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